हालही में ब्लॉकचेन फोरम द्वारा आयोजित सेमिनार में दुनिया भर से अनुभवी लोगो ने मुंबई में हिस्सा लिया ! जिसके अंतर्गत ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे बताया गया ! ब्लॉकचेन की आने बाले भविष्य में क्या भूमिका होगी किस तरह ब्लॉकचेन का प्रयोग किया जायेगा और डिजिटल दुनिया में क्या एहम भूमिका होगी आदि ! ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी प्रोग्राम में वक्ताओं ने अपने अनुभव के साथ साथ ब्लॉकचेन के प्रयोग पर भी रौशनी डाली ! दुनिया के कोने कोने से आये मशहूर हश्तिया जैसे Mohan (founder at block chain hub consulting), Samson williams (Partner, Axes & Eggs a cryptocurrency mining opertion & blockchain consultancy), Ms. N.S Nappinai (Advocate at supreme Court & Bombay Hight Court), Prasanna Lahor (Head of technology – innovation & Architecture at DCB Bank) S.K Pandey ( Director of Bigtech Infosystem Pvt.Ltd.) Ismail Malik ( Founder & Ceo Block chain Lab) Raj Chowdhury (M D at Hashcahs) Jen Buakaew ( Crypto & ICO Investment Expert) Sudin Baraokar ( SBI-Innovation Advisor) Daneial Brace ( Business development Director,Invacio) आदि ने अपना योगदान दिया !
क्रिप्टोकोर्रेंसी की दुनिया के उभरते हुए नाम S.K Pandey Director of Bigtech Infosystem Pvt.Ltd. ना सिर्फ खुद को बल्कि उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ को भी रिप्रेजेंट किया ! इस सेमिनार के अंतर्गत अपनी प्रतिभा को दर्शाते हुए अपने अमूल्य शब्दों के साथ अपनी अदभुदता का परिचय दिया ! क्रिप्टोकरेन्सी की दुनिया में अपनी जगह बनाने के साथ साथ भारत के लोगो को प्रेरित तथा सही मार्गदर्शन करते हैं ! इन्होने अपने स्पीच में ब्लॉकचेन की पूरी जानकारी दी के ब्लॉकचेन कैसे काम करती हैं ये कई प्रोजेक्ट के साथ काम करते हैं ! जैसे – www.bigshop.asia, www.bighealth.asia, www.bigholiday.asia,आदि !
ब्लॉकचेन एक ऐसी Technology है जिसे Financial Transaction रिकॉर्ड करने के लिए प्रोग्राम किया गया है। यह एक digital System है, जिसमे एक इंटरनेट टेक्नोलॉजी की अंतर्निहित मजबूती है| जो अपने नेटवर्क पर समान जानकारी के ब्लॉक को संग्रहित कर सकता है|
ब्लॉक-चैन डिजिटल जानकारी (डेटाबेस) को वितरित करने की क्षमता रखता है अर्थात यह एक डिस्ट्रिब्यूटेड नेटवर्क की तरह कार्य करता है| Database के सभी रिकॉर्ड एक Computer में Store नहीं होते बल्कि 1000 कम्प्यूटर्स या लाखों कम्प्यूटर्स में वितरित होते है| ब्लॉक चैन का हर एक कंप्यूटर हर एक रिकॉर्ड के पूरे इतिहास का वर्णन कर सकता है| यह डेटाबेस एन्क्रिप्टेड है और गोपनीय तरीके से दर्ज किया गया है|
ब्लॉकचैन फाल्ट टोलेरंट(fault Tolerant) भी है यानि इस सिस्टम में यदि एक कंप्यूटर खराब भी हो जाता है तो यह सिस्टम काम करता रहता है| इसमें कोई भी नए समझौते या रिकार्ड्स को दर्ज करना होता है तो इस के लिए कई साझेदारों (कम्प्यूटर्स) की स्वीकृति की जरुरत पड़ती है| हैकिंग –
इसे हैक करना बहुत ही मुश्किल है, क्योकि हैकर को डाटा बेस हैक करने के लिए एक साथ कई हजारो Computers को हैक करना पड़ेगा| यही कारण है की Block-chain तकनीकी एक सुरक्षित और सरल तकनीकी है|
ब्लॉकचैन का पहला प्रयोग 2008 में हुआ था| जब Bitcoin नामक एक डिजिटल मुद्रा का अविष्कार हुआ| Block chain का प्रयोग केवल बिटकॉइन के लिए ही नहीं किया जा सकता, बल्कि कही भी कर सकते है जहां भरोसा, गारंटी के लिए एक बिचौलिय की जरूतर है|
यदि कोई गरीब आदमी सरकारी वेतन चाहता है तो सरकार उस वेतन को Block Chain के जरिए उसके mobile पर भेज सकती है| आपदा की स्थिति में जिन लोगो के मकान, फसल आदि नष्ट हो जाते है और सरकार उनकी सहायता करना चाहती है, तो Block chain द्वारा सरकार सहायता राशि सीधे उनके mobile पर भेज सकती है, इससे भष्टाचार कम होगा|
ब्लॉकचैन का प्रयोग शिक्षा में भी हो सकता है, छात्रों को कागजी डिग्री की बजाय ब्लॉकचैन निर्मित डिग्री दी जा सकती है| इससे जाली डिग्री की समस्या का समाधान हो सकता है|
इन सभी क्षेत्रो में Block-Chain तकनीकी का उपयोग किया जा सकता है –
सूचान प्रौद्योगिकी और डाटा प्रबंधन में; सरकार और संगठनात्मक प्रशासन में; शिक्षा में; गेमिंग प्रणाली में; शेयर बाजार और कमोडिटीज में; सामाजिक नेटवर्क में; डिजिटल पहचान और प्रमाणीकरण में; रियल एस्टेट में; सामुदायिक सेवा में; नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में; मीडिया और बाजार में ई–वोटिंग आदि में. सेमिनार के अंत में ट्रॉफी दे कर स्पीकर्स को सम्मानित भी किया गया !
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